भजन हमें अपने जीवन के उद्देश्य और मूल्यों की जानकारी देते हैं और हमारे अंतरंग मन को शांति और समझदारी से भर देते हैं।
भजन का नाम स्पष्ट बताता है कि इसमें हम अंजनी के पुत्र हनुमान के बारे में जानते हैं जो प्रभु राम के सबसे विश्वसनीय भक्त थे। इस भजन में हम देखते हैं कि हनुमान जिस तरह से राम के प्रति विश्वास रखते थे और उनकी सेवा करते थे, उसी तरह से हमें भी प्रभु राम की सेवा करनी चाहिए।
इस भजन में हम देखते हैं कि हमें प्रभु राम के सबसे विश्वासनीय भक्त हनुमान के उदाहरण से हमें अपने जीवन में सच्ची पहचान बनानी चाहिए और प्रभु की सेवा करनी चाहिए। यह भजन हमें उन लोगों के बारे में याद दिलाता है जो प्रभु के लिए समर्पित होते हैं और उनकी सेवा करते हैं।
भजन – जिसने दी है मुझे पहचान, वो अंजनी का लाला है
जिसने दी है मुझे पहचान,
वो अंजनी का लाला है,
जिससे परिवार मेरा खुशहाल,
वो अंजनी का लाला है,
जिसने दी हैं मुझे पहचान,
वो अंजनी का लाला है ॥
सालासर दरबार निराला,
यहाँ कटता है संकट सारा,
जो सुने भक्तो की फरियाद,
वो अंजनी का लाला है,
वो अंजनी का लाला है,
जिसने दी हैं मुझे पहचान,
वो अंजनी का लाला है ॥
कोई भक्त नहीं है ऐसा,
मेरे बालाजी के जैसा,
जिनके ह्रदय में है श्री राम,
वो राम जी का प्यारा है,
वो अंजनी का लाला है,
जिसने दी हैं मुझे पहचान,
वो अंजनी का लाला है ॥
ये दुनिया मतलब की साथी,
बालाजी बस साथ निभासी,
जिनके चरणों में जाऊं बलिहार,
वो बजरंग बाला है,
वो अंजनी का लाला है,
जिसने दी हैं मुझे पहचान,
वो अंजनी का लाला है ॥
मुश्किल घड़ियों में साथ निभाता,
जो बाबा को अरदास लगाता,
ऐसे महावीर से प्रीति लगा,
की होगा तेरा बेडा पार,
बालाजी करेंगे उद्धार,
जिसने दी हैं मुझे पहचान,
वो अंजनी का लाला है ॥
जिसने दी है मुझे पहचान,
वो अंजनी का लाला है,
जिससे परिवार मेरा खुशहाल,
वो अंजनी का लाला है,
जिसने दी हैं मुझे पहचान,
वो अंजनी का लाला है ॥