भजन एक ऐसा संगीत है जो हमारी आत्मा को शांति और सुकून देता है। भजन सुनने से हम दिव्यता का अनुभव करते हैं और हमारे जीवन में सकारात्मक बदलाव लाता है। भजनों का महत्व धार्मिक आयोगों में बहुत उच्च माना जाता है।
भजन “हे दुःख भन्जन, मारुती नंदन” हनुमान जी के नाम का एक दिव्य भजन है। यह भजन हमें बताता है कि हनुमान जी हमारे सभी दुःखों को दूर करते हैं और हमें जीवन के हर मोड़ पर सहायता प्रदान करते हैं। इस भजन के शब्द बहुत ही प्रभावशाली होते हैं जो हमें भगवान के आशीर्वाद से बच्चते हैं और हमें उनकी दया और कृपा की प्राप्ति का संदेश देते हैं। इस भजन को सुनकर हमारी भक्ति बढ़ती है और हम हनुमान जी के शरण में सुरक्षित महसूस करते हैं।
भजन – हे दुःख भन्जन, मारुती नंदन
हे दुःख भन्जन, मारुती नंदन,
सुन लो मेरी पुकार ।
पवनसुत विनती बारम्बार ॥
हे दुःख भन्जन, मारुती नंदन,
सुन लो मेरी पुकार ।
पवनसुत विनती बारम्बार ॥
अष्ट सिद्धि, नव निधि के दाता,
दुखिओं के तुम भाग्यविधाता ।
सियाराम के काज सवारे,
मेरा करो उद्धार ॥
पवनसुत विनती बारम्बार ।
हे दुःख भन्जन, मारुती नंदन,
सुन लो मेरी पुकार ।
पवनसुत विनती बारम्बार ॥
अपरम्पार है शक्ति तुम्हारी,
तुम पर रीझे अवधबिहारी ।
भक्तिभाव से ध्याऊं तोहे,
कर दुखों से पार ॥
पवनसुत विनती बारम्बार ।
हे दुःख भन्जन, मारुती नंदन,
सुन लो मेरी पुकार ।
पवनसुत विनती बारम्बार ॥
जपूँ निरंतर नाम तिहरा,
अब नहीं छोडूं तेरा द्वारा ।
रामभक्त मोहे शरण मे लीजे,
भाव सागर से तार ॥
पवनसुत विनती बारम्बार ।
हे दुःख भन्जन, मारुती नंदन,
सुन लो मेरी पुकार ।
पवनसुत विनती बारम्बार ॥
हे दुःख भन्जन, मारुती नंदन,
सुन लो मेरी पुकार ।
पवनसुत विनती बारम्बार ॥