भगवान राम के दुलारे, जो माता जानकी के प्यारे हैं, उनकी महिमा असीम है। उनकी भक्ति और श्रद्धा से युक्त लोग उन्हें नहीं सिर्फ भगवान मानते हैं, बल्कि उनके भक्तों का सबसे प्रिय देवता भी हैं। उनके नाम और गुणगान सुनने से हमारे मन में शांति, सुख और आनंद का अनुभव होता है। यह भजन “राम के दुलारे, माता जानकी के प्यारे” इसी महिमा को गुंजाता है और हमें राम और सीता की आराधना करने का अवसर देता है।
भजन – राम के दुलारे, माता जानकी के प्यारे
जय सियाराम, बोलो जय सियाराम
जय सियाराम, बोलो जय सियाराम
राम के दुलारे,
माता जानकी के प्यारे,
तुम्हे नमन हजारो बार है ।
जय बोलो बजरंग बलि की,
आज मंगलवार है ॥
मंगल को जन्मे मंगल मूर्ति,
हनुमत मंगल कारी है ।
महा विशाला अति विकराला,
हनुमान बलधारी है ।
पवन बेग से उड़ने वाले,
मनुष तेज रफ्तार है ।
जय बोलो बजरंग बलि की,
आज मंगलवार है ॥
जय सियाराम, बोलो जय सियाराम
जय सियाराम, बोलो जय सियाराम
सिया के सेवक दास राम के,
सारी अवध के प्यारे हैं ।
दीन हीन साधू संतो के,
रक्षक है रखवारे हैं ।
त्रेता युग से इस कलयुग तक,
हो रही जय जय कार है ।
जय बोलो बजरंग बलि की,
आज मंगलवार है ॥
जय सियाराम, बोलो जय सियाराम
जय सियाराम, बोलो जय सियाराम
मंगल के दिन क्यों जाता है,
मंदिर में हनुमान के ।
शनि देव जी खुश रहिते हैं,
लकी उस इंसान से ।
उसके अब अविनाश के ऊपर,
किरपा की भरमार है ।
जय बोलो बजरंग बलि की,
आज मंगलवार है ॥
राम के दुलारे,
माता जानकी के प्यारे,
तुम्हे नमन हजारो बार है ।
जय बोलो बजरंग बलि की,
आज मंगलवार है ॥